
संवाददाता धीरेंद्र कुमार जायसवाल/ फर्जी रजिस्ट्री कर लाखों की ठगी — आरोपी दंपत्ति के विरुद्ध चांपा थाने में अपराध दर्ज
जांजगीर-चांपा।
थाना चांपा पुलिस ने एक गंभीर धोखाधड़ी मामले का खुलासा करते हुए आरोपी दंपत्ति के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार आरोपी गौतम राठौर, जो जमीन की खरीदी-बिक्री का कार्य करता है, ने ग्राम हथनेवरा स्थित किसी अन्य व्यक्ति की भूमि को अपनी पत्नी की बताते हुए 30 लाख रुपये में विक्रय कर दी।
जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि संबंधित भूमि गंगेश्वर और देवेंद्र पटेल (निवासी कोटाडाबरी, थाना चांपा) की है। दोनों भूमि मालिक कई वर्षों से उक्त भूमि पर धान की फसल बोते आ रहे हैं।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी दंपत्ति ने कूट रचित दस्तावेज़ तैयार कर दूसरे की जमीन को अपनी बताकर रजिस्ट्री कराई, जिससे खरीदार को आर्थिक क्षति हुई।
इस पर थाना चांपा पुलिस ने दोनों आरोपियों के विरुद्ध निम्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है:
धारा 420 (धोखाधड़ी)
धारा 467 (फर्जी दस्तावेज़ बनाना)
धारा 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाज़ी)
धारा 471 (फर्जी दस्तावेज़ का प्रयोग)
धारा 34 (साझा आपराधिक कृत्य)
भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी गौतम राठौर के खिलाफ पूर्व में भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज है और वह तब से फरार चल रहा है। फिलहाल पुलिस टीम द्वारा संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है तथा आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
एसडीओपी चांपा श्री यदुमणि सिदार ने बताया कि —
“मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है। आरोपियों द्वारा फर्जी दस्तावेज़ तैयार कर भूमि विक्रय करने की पुष्टि हुई है। दोनों आरोपी वर्तमान में फरार हैं, जिनकी तलाश के लिए विशेष टीम गठित की गई है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।”
यह घटना एक बार फिर यह संदेश देती है कि भूमि खरीदी-बिक्री से पहले राजस्व रिकॉर्ड, खसरा नंबर और स्वामित्व प्रमाणपत्र की जांच अनिवार्य है। पुलिस प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी संपत्ति का सौदा करने से पूर्व दस्तावेज़ों का सत्यापन अवश्य कर लें, ताकि इस प्रकार की धोखाधड़ी से बचा जा सके।











