
अल्ट्राटेक बैकुंठ सेंचुरी में हड़ताल स्थल पर रात में गुंडागर्दी — हथियार लेकर पहुंचे छह युवक, मजदूरों में दहशत, तिल्दा पुलिस से ठोस कार्रवाई की मांग
हरिओम विश्वकर्मा की रिपोर्ट | तिल्दा-नेवरा।
अल्ट्राटेक बैकुंठ सेंचुरी सीमेंट प्लांट में चल रही मजदूरों की शांतिपूर्ण हड़ताल के बीच सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात करीब एक बजे एक बुलेरो वाहन में सवार छह युवक धरना स्थल पर पहुंचे। मजदूरों के अनुसार, इन युवकों के हाथों में डंडे और पिस्तौल थे, जिससे वहां मौजूद मजदूरों में भारी दहशत फैल गई।

सूत्रों के अनुसार, बीते एक सप्ताह से मजदूर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्लांट गेट के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं, जो अब तक पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था। लेकिन सोमवार रात को अचानक पहुंचे कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने धरनास्थल के पास हंगामे और डराने-धमकाने की कोशिश की। मजदूरों का कहना है कि ये लोग किसी “प्रबंधन समर्थक गुट” से जुड़े हो सकते हैं, जो मजदूरों को आंदोलन से पीछे हटाने की नीयत से आए थे।
घटना की जानकारी मिलते ही मंगलवार सुबह मजदूर प्रतिनिधियों ने तिल्दा थाना पहुंचकर थाना प्रभारी (टीआई) को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा —

“हम सब मजदूर भाई पूरी शांति और अनुशासन के साथ हड़ताल कर रहे हैं। रात के समय हथियार लेकर पहुंचे लोग हमें धमकाने और आंदोलन को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। इस घटना से मजदूरों में डर का माहौल बन गया है। ऐसे लोगों पर जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की जाए।”
थाना प्रभारी ने मजदूरों को उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर छह संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया है। पूछताछ जारी है और आरोपियों के खिलाफ साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
मजदूर संगठन के नेताओं ने बताया कि वे कई दिनों से प्रबंधन के अन्यायपूर्ण व्यवहार, बोनस में कटौती और मजदूरों के साथ हो रहे शोषण के खिलाफ आंदोलनरत हैं। उनका कहना है कि वे अपने अधिकारों की लड़ाई संविधान और कानून के दायरे में रहकर लड़ रहे हैं, लेकिन रात की यह घटना उन्हें भयभीत कर रही है।
एक मजदूर ने बताया —
“हम लोग शांतिपूर्वक बैठे हैं, किसी को नुकसान नहीं पहुंचा रहे। फिर भी अगर हमें डराया जा रहा है तो यह न्याय के खिलाफ है। हम चाहते हैं कि दोषियों पर उदाहरण स्वरूप कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई मजदूरों को इस तरह धमकाने की हिम्मत न करे।”
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, घटनास्थल पर मौजूद कुछ लोगों ने संदिग्ध वाहन का नंबर और फोटो मोबाइल में कैद किया है, जिससे आरोपियों की पहचान में मदद मिल रही है।
मजदूरों ने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है ताकि उनका आंदोलन शांतिपूर्वक जारी रह सके। वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने भी इस घटना की निंदा करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।











