
संवाददाता धीरेंद्र कुमार जायसवाल/ बैकुंठ टंडवा मदिरा दुकान में ओवर रेट का खेल उजागर, आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
तिल्दा-नेवरा। तिल्दा नेवरा के समीप बैकुंठ टंडवा स्थित शासकीय मदिरा दुकान में ओवर रेटिंग का खुला खेल सामने आया है। एक ग्राहक द्वारा गोवा ब्रांड की शराब (पव्वा) खरीदने पर ₹200 दिए गए, जिसके बदले मात्र ₹70 वापस लौटाए गए। जबकि निर्धारित दर अनुसार इस पव्वे की कीमत ₹120 है। ऐसे में ग्राहक से ₹130 वसूलना स्पष्ट रूप से ₹10 की ओवर रेटिंग को दर्शाता है।
ग्राहक द्वारा आपत्ति जताने पर सेल्समेन ने मनमानी करते हुए ₹130 को ही “नियमित रेट” बताया। इससे साफ संकेत मिलता है कि मदिरा दुकान में ग्राहकों से निर्धारित मूल्य से अधिक वसूली कर, नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। इस घटनाक्रम का वीडियो प्रमाण भी संवाददाताओं के पास मौजूद है।
अवैध बिक्री को बढ़ावा, ग्रामीणों में आक्रोश:
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दुकान संचालक द्वारा भारी मात्रा में शराब स्थानीय कोचियों को बेची जा रही है, जिससे वे ग्रामीण अंचलों में सुबह से ही खुलेआम शराब की बिक्री कर रहे हैं। इसके कारण ग्रामीण परिवेश में नशे का माहौल बढ़ता जा रहा है। महिलाओं का कहना है कि सुबह-सुबह शराब सेवन करने वाले लोगों के कारण घरों में कलह बढ़ रही है और बच्चों की मानसिकता पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
प्रशासन और आबकारी विभाग पर उठे सवाल:
यह मामला न केवल ओवर रेट की अवैध वसूली को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि आबकारी विभाग की निगरानी व्यवस्था में भारी चूक है। अब यह देखना अहम होगा कि इस खुलासे के बाद प्रशासन और आबकारी विभाग क्या सख्त कदम उठाते हैं।
स्थानीय जनों की मांग:
ग्रामीणों व सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि बैकुंठ टंडवा मदिरा दुकान की जांच की जाए और ओवर रेट व अवैध बिक्री में शामिल कर्मचारियों और अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही यह भी मांग की जा रही है कि मदिरा दुकानों की नियमित निगरानी हेतु विशेष टीम गठित की जाए।