
संवाददाता हरिराम देवांगन/ समृद्ध भारत व समाज परिवर्तन का संदेश देता सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न..
जिला उप मुख्यालय—चांपा
विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के तत्वावधान में समृद्ध भारत एवं समाज परिवर्तन हेतु मातृत्वशक्ति के सामर्थ्य, नेतृत्व और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान पर केंद्रित सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 03 दिसंबर 2025 (बुधवार) को सरस्वती शिशु मंदिर पूर्व माध्यमिक विद्यालय, चांपा हटरी में किया गया।
उपस्थिति:
220 मातृशक्ति/13 समाज प्रमुख/5 कीर्तन मंडली/4 संस्कार केंद्र
कार्यक्रम की अध्यक्षता नेहा अविनाश अग्रवाल, मुख्य अतिथि लक्ष्मीप्रियम स्वर्णकार, तथा मुख्य वक्ता सविता गोस्वामी रहीं। विभाग संयोजिका ललिता तिवारी तथा मंच संचालन रागिनी शुक्ला ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत:
विद्यालय प्रवेश द्वार पर बहिनों ने अतिथियों का तिलक व पुष्पगुच्छ से स्वागत किया।
सभागृह में आगमन के साथ स्वागत गीत “नवयुग का नव विचार आया…” प्रस्तुत किया गया।
सरस्वती, भारत माता एवं ॐ के तैलचित्र पर पूजा-अर्चना और दीप प्रज्वलन के बाद बहिनों ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
मुख्य वक्तव्य:
मुख्य वक्ता सविता गोस्वामी ने “कुटुंब प्रबोधन की भारतीय दृष्टि” विषय पर संबोधित करते हुए कहा—
माताएं ही बच्चों को सर्वोत्तम संस्कार दे सकती हैं।
बच्चों को मोबाइल-टीवी से दूरी रखने की जरूरत!
घर को स्वच्छ, सुसंस्कृत और आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर बनाना!
बच्चों को राम, कृष्ण, बुद्ध जैसे आदर्शों से जोड़ने की आवश्यकता!
विशेष प्रस्तुतियाँ व संस्कार कार्यक्रम:
झांसी की रानी, अहिल्याबाई होलकर, माता सीता, सावित्रीबाई फुले आदि महान स्त्री व्यक्तित्वों की प्रेरक भूमिका छात्राओं द्वारा प्रस्तुत की गई।
इन किरदारों ने मातृशक्ति को समाज परिवर्तन में अपनी भूमिका को समझने की प्रेरणा दी।
मुख्य अतिथि का संदेश:
होम्योपैथिक चिकित्सक लक्ष्मीप्रियम स्वर्णकार ने कहा—
घर में रखे गीता, रामायण, उपनिषद आदि का अध्ययन करें!
भोजन से पहले भोजन मंत्र बोलने की परंपरा अपनाएँ!
सिंदूर और चूड़ी का वैज्ञानिक महत्व समझें!
भारतीय परंपराओं को सम्मानपूर्वक जीवन में शामिल करें!
पर्यावरण संरक्षण का संदेश:
अध्यक्षता कर रहीं नेहा अविनाश अग्रवाल ने पर्यावरण सुरक्षा पर जोर देते हुए कहा—
कचरा कभी खुले में न फेंके!
कूड़ेदान व स्वच्छता का पालन!
प्लास्टिक त्यागकर कपड़ा/कागज के थैले अपनाएँ!
पर्यावरण संरक्षण को कर्तव्य बनाएं!
सम्मान व समापन:
विशिष्ट माताओं शकुन्तला सोनी व रेखा शर्मा को सम्मानित किया गया।
आभार प्रदर्शन खुशीला तिवारी ने किया।
कार्यक्रम के अंत में मिनाक्षी देवांगन ने सभी मातृशक्ति को संकल्प दिलाया—
“मैं परिवार, समाज, राष्ट्र तथा विश्व कल्याण के लिए कार्य करूंगी।”
कल्याण मंत्र के साथ कार्यक्रम का सफल समापन हुआ।











