
जय जोहार सीजी न्यूज़/संवाददाता हरिराम देवांगन/अवैध शराब के खिलाफ छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना का कलेक्टर को ज्ञापन, सख्त कार्रवाई की मांग..
जांजगीर–चांपा।
जिले में बढ़ती अवैध शराब बिक्री एवं अनधिकृत चखना दुकानों के संचालन के खिलाफ छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने एक अनुकरणीय पहल करते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और इस पर तत्काल एवं सख्त कार्रवाई की मांग की है।
संगठन ने अपने आवेदन में बताया कि जांजगीर एवं अकलतरा बीट क्षेत्र में लंबे समय से अवैध शराब कारोबार खुलेआम फल-फूल रहा है। इस संबंध में लगातार शिकायतें सामने आ रही हैं और स्थानीय समाचार पत्रों में भी बीते दो सप्ताह से इस विषय पर नियमित रूप से खबरें प्रकाशित हो रही हैं। खबरों में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि किस प्रकार अवैध कारोबारी आबकारी नियमों को ताक पर रखकर जगह-जगह शराब परोस रहे हैं, बावजूद इसके आबकारी विभाग की निष्क्रियता कई गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना का कहना है कि शराब से जुड़ी इन अवैध गतिविधियों का सबसे अधिक दुष्प्रभाव बच्चों और युवा वर्ग पर पड़ रहा है। सस्ती और आसानी से उपलब्ध शराब के कारण युवा नशे की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं, जिससे उनका शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। इसका सीधा असर उनके भविष्य और समाज दोनों पर पड़ रहा है। संगठन ने यह भी उल्लेख किया कि नशे की वजह से सड़क दुर्घटनाओं और आपराधिक घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे जिले का सामाजिक वातावरण बिगड़ता जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी इलाकों तक संभ्रांत नागरिक भी अवैध शराब ठिकानों से परेशान हैं।
संगठन का आरोप है कि जिम्मेदार विभाग द्वारा ठोस कार्रवाई न किए जाने से अवैध शराब कारोबारियों के हौसले और अधिक बुलंद होते जा रहे हैं।
इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के जिला अध्यक्ष रामपाल कश्यप एवं महामंत्री भोले सिंह मरावी ने कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में चार प्रमुख मांगें रखीं—
- जिले में संचालित सभी अवैध शराब दुकानों एवं बिना अनुमति चल रहे चखना केंद्रों की जांच कर उन्हें तत्काल प्रभाव से बंद कराया जाए।
- आबकारी नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
- अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध विभागीय एवं दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
- कानून-व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए अवैध शराब के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर दोषियों की गिरफ्तारी की जाए।
संगठन ने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य समाज में नशा मुक्त वातावरण तैयार करना और युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से बचाना है। उनका मानना है कि यदि प्रशासन इस दिशा में ठोस कदम उठाता है, तो जिले में अवैध शराब के फैलते जाल पर प्रभावी नियंत्रण संभव है।
अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन के संज्ञान में मामला आने के बाद किस स्तर पर और कितनी प्रभावी कार्रवाई की जाती है, क्योंकि जनता भी यही अपेक्षा कर रही है कि अवैध शराब कारोबार पर तत्काल अंकुश लगे और जिले को नशा मुक्त व सुरक्षित वातावरण मिल सके।











