
संवाददाता हरी राम देवांगन/ खो गया गौरव पथ का नूर, राम बांध तालाब बना लापरवाही का उदाहरण…
गौरव पथ की बदहाली: राम बांध तालाब क्षेत्र अव्यवस्थाओं का शिकार, मॉर्निंग वॉक करने वालों के लिए बना खतरा
नगर की पहचान माने जाने वाले राम बांध तालाब का गौरव पथ इन दिनों बदहाली और लापरवाही का प्रतीक बन गया है। प्राकृतिक सौंदर्य बढ़ाने और लोगों को सुरक्षित मॉर्निंग वॉक सुविधा देने के उद्देश्य से करोड़ों रुपये खर्च कर तैयार किया गया यह पथ अब जर्जर होकर अपनी चमक खो चुका है।
पथवे उखड़ने से बढ़ा खतरा, सुबह-शाम आने वाले लोग परेशान:
तालाब किनारे बना मॉर्निंग वॉक पथवे जगह-जगह धंस गया है, कई स्थानों पर ईंटें उखड़कर बाहर आ गई हैं। इससे न केवल रास्ता उबड़-खाबड़ हो गया है, बल्कि सुबह-शाम टहलने आने वाले नागरिकों के फिसलने और चोटिल होने का गंभीर खतरा बढ़ गया है।
स्थल निरीक्षण के दौरान स्थानीय पार्षद अंजलि देवांगन ने पथवे की खराब स्थिति पर गहरी चिंता जताई और नगर सरकार का ध्यान आकर्षित करने की बात कही। उन्होंने बताया कि इंटों के धंसने व उभरने से पथवे का उपयोग करना जोखिम भरा हो चुका है।
पौधे सूखने के कगार पर, हरियाली की जगह झाड़ियां:
रोपित पौधों की उचित देखरेख न होने से कई पौधे सूख गए हैं जबकि कुछ झाड़ियों में बदल चुके हैं। इससे न केवल सौंदर्य बिगड़ा है, बल्कि पथवे भी संकरा होने लगा है।

पचरी की हालत भी दयनीय, शाम होते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा:
तालाब किनारे बनी पचरी की स्थिति अत्यंत खराब है। वहीं शाम ढलते ही असामाजिक तत्वों और नशेड़ियों का जमावड़ा लगने से माहौल असुरक्षित हो गया है। स्थानीय लोग, महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग असहज महसूस करते हैं। शराब की बोतलें, डिस्पोज़ल कप और प्लास्टिक कचरा रोजाना का दृश्य बन चुका है।
नागरिकों का आरोप—व्यवस्था पर खर्च हुए करोड़ों, फिर भी नहीं दिखता सौंदर्य:
स्थानीय नागरिकों ने कहा कि तालाब क्षेत्र के सौंदर्यीकरण के नाम पर लाखों-करोड़ों रुपये खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन रखरखाव के अभाव में पूरा क्षेत्र जर्जर और असुरक्षित हो चुका है। कई बार शिकायतों के बाद भी नगर सरकार और प्रशासन की ओर से कोई सुधारात्मक कदम नहीं उठाया गया।
पार्षद की मांग—मरम्मत, सफाई, छटाई और सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत:
पार्षद अंजलि देवांगन ने मॉर्निंग वॉक पथवे की तत्काल मरम्मत, पौधों की नियमित छटाई, सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने और असामाजिक तत्वों पर सख्ती से कार्रवाई की मांग रखी है। उन्होंने कहा कि समय रहते संरक्षण न मिलने पर तालाब क्षेत्र पूरी तरह बेकार हो सकता है।
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से उम्मीद जताई है कि जल्द संज्ञान लेते हुए राम बांध तालाब क्षेत्र को फिर से सुरक्षित, स्वच्छ और आकर्षक स्वरूप में विकसित किया जाएगा।











