
संवाददाता धीरेंद्र कुमार जायसवाल/ 24 मासूमों का हत्यारा रंगनाथन पहुंचा परासिया कोर्ट — “फांसी दो फांसी दो” के लगे नारे
छिंदवाड़ा (म.प्र.) / जय जोहार CG NEWS।
कफ सिरप बनाने वाली कंपनी का मालिक रंगनाथन, जिस पर 24 मासूम बच्चों की मौत का आरोप है, को आज परासिया न्यायालय में भारी पुलिस सुरक्षा के बीच पेश किया गया।
कोर्ट में पेशी के दौरान किसी भी वकील ने आरोपी की पैरवी करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद रंगनाथन ने स्वयं अपनी पैरवी की। आरोपी ने खुद को हाई बीपी और शुगर पेशेंट बताया और कहा कि वह पांच राज्यों में दवा सप्लाई करता है, लेकिन नुकसान केवल मध्यप्रदेश में हुआ। अदालत ने आरोपी को 20 अक्टूबर 2025 तक पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया।

भीड़ में उबाल, नारेबाजी और विरोध:
आरोपी को जैसे ही पुलिस वाहन से उतारा गया, आसपास मौजूद परिजन और स्थानीय नागरिक “फांसी दो, फांसी दो” के नारे लगाने लगे।
वकीलों ने भी आरोपी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एक स्वर में उसकी पैरवी करने से इनकार कर दिया।
स्थिति बिगड़ने पर पुलिस को लाठी लगाकर आरोपी को सुरक्षित अदालत के अंदर ले जाना पड़ा। भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने उस पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे किसी तरह सुरक्षित वाहन में बैठाकर ले जाया।
गंदी जगह पर बनती थी जहरीली दवा:
जांच में यह बात सामने आई है कि जिस जगह पर यह कफ सिरप बनाया जा रहा था, वहां ना तो सही मशीनें थीं, ना स्वच्छ वातावरण।
दवा की गुणवत्ता जांच के बिना बाजार में आपूर्ति की जा रही थी, जिसके कारण परासिया क्षेत्र में : हो गई, जबकि कई अन्य बच्चे अब भी अस्पतालों में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं।
वकीलों और परिजनों की मांग:
वकीलों और मृतक बच्चों के परिजनों ने प्रशासन से प्रत्येक परिवार को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग की है।
उनका कहना है कि “चार लाख रुपए से किसी का जीवन वापस नहीं आएगा —
बच्चे के इलाज में महीनों नागपुर में रुकना पड़ा, घर-जमीन और जेवर तक बिक गए, फिर भी जान नहीं बच पाई।”
परिजनों ने कहा कि आरोपी को हत्या का दोषी मानते हुए जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए, ताकि उनके बच्चों की आत्मा को शांति मिल सके।
इस घटना के बाद पूरे परासिया क्षेत्र में जनाक्रोश व्याप्त है, और न्यायालय परिसर के आस-पास घंटों तक जाम की स्थिति बनी रही। पुलिस को भारी मशक्कत के बाद स्थिति नियंत्रित करनी पड़ी।











