
संवाददाता धीरेंद्र कुमार जायसवाल/ ग्राम पंचायतों में डिजिटल पारदर्शिता : क्यूआर कोड से मिलेगा विकास का पूरा हिसाब
रायपुर। ग्रामीण भारत में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने एक नई डिजिटल पहल की शुरुआत की है। अब प्रत्येक ग्राम पंचायत भवन और प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर क्यूआर कोड लगाए जा रहे हैं। ग्रामीणजन अपने मोबाइल से इस क्यूआर कोड को स्कैन करके विकास कार्यों, बजट, खर्च, मनरेगा और योजनाओं की विस्तृत जानकारी घर बैठे प्राप्त कर सकेंगे।
क्यूआर कोड से मिलेगी ये जानकारी:
विकास कार्यों का विवरण : पंचायत क्षेत्र में किए गए कार्यों की सूची और उनकी वर्तमान स्थिति।
वित्तीय जानकारी : कार्यों पर खर्च की गई राशि और उसका पूरा विवरण।
मनरेगा की जानकारी : जॉब कार्डधारकों की संख्या, सृजित मानव दिवस और पिछले वर्षों के कार्य।
योजनाओं की निगरानी : ग्रामीणों को योजनाओं की प्रगति पर सीधा निगरानी का अधिकार।
क्यूआर कोड के लाभ:
यह डिजिटल प्रणाली पंचायत स्तर पर पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने का महत्वपूर्ण माध्यम है। ग्रामीण अब आसानी से विकास का हिसाब-किताब देख सकेंगे। साथ ही यह पहल लोगों को अपने गांव के विकास कार्यों में अधिक सक्रिय और जागरूक भागीदार बनने का अवसर प्रदान करेगी।
कैसे करता है काम?
ग्राम पंचायत भवन या सार्वजनिक स्थल पर लगे क्यूआर कोड को मोबाइल कैमरे या क्यूआर रीडर ऐप से स्कैन करें। स्कैन करते ही मोबाइल स्क्रीन पर एक लिंक खुलेगा, जिससे पंचायत से जुड़ी सभी सूचनाएं उपलब्ध होंगी।











