
कलचुरी वंश गौरव अलंकरण 2025 समारोह संपन्न, 130 मेधावी छात्र-छात्राएं एवं 90 विशिष्ट जनों का हुआ सम्मान
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ कलार महासभा एवं कलचुरी कलार समाज द्वारा आयोजित कलचुरी वंश गौरव अलंकरण समारोह 2025 का भव्य आयोजन सिम्स ऑडिटोरियम, बिलासपुर में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल थे। उन्होंने भगवान सहस्त्रबाहु की पूजा एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गीत से हुई, जिसे अंजलि जायसवाल ने प्रस्तुत किया। इसके बाद कुमारी साइन श्री ने कथक नृत्य में शिव तांडव की प्रभावशाली प्रस्तुति दी।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कलचुरी वंश के ऐतिहासिक गौरव का उल्लेख करते हुए बताया कि कलचुरी शासकों का शासनकाल लगभग 850 वर्षों तक रहा, जो भारतीय इतिहास में उल्लेखनीय है। उन्होंने कहा कि कलचुरी शासकों ने अपने शासनकाल में मंदिरों, तालाबों व भवनों का निर्माण कर समाज और संस्कृति को समृद्ध किया। राजधानी का क्रम तुफानगढ़, खल्लारी, रायपुर और रतनपुर रहा। उन्होंने महेश्वर स्थित भगवान सहस्त्रबाहु मंदिर में जल रही अखंड ज्योति का उल्लेख करते हुए जल संरक्षण के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
इस अवसर पर समाज के 130 मेधावी छात्र-छात्राओं और 90 विशिष्ट जनों को सम्मानित किया गया। साथ ही निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का भी मंच पर सम्मान किया गया, जिनमें जिला पंचायत अध्यक्ष, जनपद सदस्य, पार्षद, सरपंच एवं पंच शामिल थे।

कार्यक्रम में भागवत जायसवाल द्वारा रचित पुस्तक ‘बहादुर कलारीन दाई’ का भी विमोचन किया गया।
मंच से मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने समाज के सामूहिक प्रयासों की सराहना करते हुए भविष्य में और भव्य आयोजनों के लिए अपनी सहमति जताई। उन्होंने युवाओं को अपने करियर के प्रति गंभीर रहने और समाज सेवा में आगे आने का भी संदेश दिया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से लगभग 2500 से 3000 समाजजन उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियों में आकांक्षा जायसवाल (अध्यक्ष, जिला पंचायत बलौदा बाजार), मोहित राम जायसवाल (जिलाध्यक्ष, भाजपा ग्रामीण बिलासपुर), अजय जायसवाल (अध्यक्ष, नगर पंचायत पाली) प्रमुख रूप से शामिल रहे।

कार्यक्रम को सफल बनाने में मनोज राय, विजय जायसवाल, अशोक जायसवाल, दिनेश जायसवाल, रमेश जायसवाल, किशोर राय, सुरेंद्र जायसवाल, कुंती जायसवाल, शरद कौशिक, टिहरी जायसवाल, आशीष जायसवाल, सीताराम जायसवाल, प्रवीण जायसवाल, राजकुमार जायसवाल सहित अन्य पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा।
अंत में विजय जायसवाल ने उपस्थित सभी अतिथियों, समाजजन और आयोजकों का आभार व्यक्त किया।