
जिला ब्यूरो हरिराम देवांगन/ सब्जी नहीं, वायरस का बाजार बन चुका है चांपा का मुख्य हॉट बाजार
गाय, कुत्ते, मक्खियां और गंदगी के बीच बिक रही हैं ताजी सब्जियां; नगर सरकार की घोर लापरवाही से बढ़ रहा संक्रमण का खतरा
चांपा (जिला उप मुख्यालय):
चांपा नगर के हृदय स्थल पर स्थित वर्षों पुराना सब्जी बाजार कभी ताजी सब्जियों की खुशबू के लिए जाना जाता था। परंतु आज यह बाजार स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे का केंद्र बन चुका है। सब्जियों से पहले यहां मक्खियां, गंदगी, वायरस और बैक्टीरिया स्वागत करते हैं।
मुख्य बिंदु:
🌑बाजार में हर तरफ गंदगी और दुर्गंध का साम्राज्य!
🌑ताजी सब्जियों पर मंडराते कीटाणु और मक्खियां!
🌑गायों और आवारा कुत्तों का 24 घंटे का डेरा!
🌑सफाई व्यवस्था पूरी तरह फेल, जिम्मेदार बेपरवाह!
🌑जनता जागरूक नहीं, संक्रमण का खतरा और बढ़ा!
सब्जियों से पहले मिलता है वायरस:
हर सुबह 7 बजे किसान अपनी मेहनत से उपजी ताजी सब्जियां लेकर यहां पहुंचते हैं। लेकिन यह बाजार अब ताजगी से ज्यादा बीमारियों का अड्डा बन चुका है। हर तरफ बिखरी गंदगी, खुले में सड़ी-गली सब्जियां और उन पर मंडराते कीटाणु—ये सभी मिलकर संक्रमण को न्यौता दे रहे हैं।
साफ-सफाई के नाम पर खानापूर्ति:
पालिका कर्मियों द्वारा नियमित सफाई के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। कुछ स्थानों पर सफाई होती भी है तो नागरिक दोबारा वहीं कचरा फेंक देते हैं। कई जगहों पर तो महीनों से गंदगी नहीं उठाई गई, जिससे वहां से गुजरना भी दूभर हो गया है।
नगर सरकार मौन, समस्याएं स्थायी:
कांग्रेस हो या भाजपा, नगर सरकारें बदलती रहीं, लेकिन जनता की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। हालिया भाजपा समर्थित नगर सरकार भी साफ-सफाई के मामले में पूरी तरह विफल नजर आ रही है। बाजार की स्थिति पर कोई स्थायी समाधान नहीं सुझाया गया है।
गाय-कुत्तों की बाढ़, संक्रमण का खतरा:
सब्जी मंडी अब इंसानों से ज्यादा आवारा पशुओं का ठिकाना बन चुकी है। गायों की मल-मूत्र से गंदगी और कुत्तों की डरावनी मौजूदगी ने माहौल को और बदतर कर दिया है। यह बाजार अब बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए असुरक्षित होता जा रहा है।
जनता और प्रशासन दोनों जिम्मेदार:
जहां प्रशासन की निष्क्रियता इस हालत के लिए जिम्मेदार है, वहीं जनता की असंवेदनशीलता भी कम नहीं। जागरूकता की भारी कमी है। मास्क, सैनिटाइजर और साफ-सफाई जैसे जरूरी उपायों की अनदेखी आम बात हो चुकी है।
समाधान जरूरी:
🌑पालिका को नियमित, सख्त और व्यापक सफाई अभियान चलाना चाहिए।
🌑बाजार में सीसीटीवी और जागरूकता पोस्टर लगाए जाएं।
🌑पशु नियंत्रण के लिए ठोस योजना बनानी होगी।
🌑आम नागरिकों को स्वच्छता के प्रति शिक्षित करना अनिवार्य है।
निष्कर्ष:
यदि समय रहते इस बदहाल सब्जी बाजार की सुध नहीं ली गई, तो यह स्थान महामारी का केंद्र बन सकता है। अब समय है कि नगर सरकार और जनता दोनों मिलकर इस गंदगी की चादर को हटाएं और स्वस्थ, स्वच्छ चांपा के निर्माण की ओर कदम बढ़ाएं।











