
संवाददाता धीरेंद्र कुमार जायसवाल/ स्कूल में कौन है जिम्मेदार? मास्टर साहब गायब, बच्चे टंकी पर..
कसडोल विकासखंड : खेरवारडीह प्राथमिक शाला में शिक्षकों की लापरवाही उजागर, बच्चों से कराई जा रही खतरनाक कार्य।
कसडोल विकासखंड के अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला खेरवारडीह में आज दिनांक 01 दिसंबर 2025, दोपहर 1:25 बजे निरीक्षण के दौरान प्रधान पाठक वर्मा मैडम तथा शिक्षक (एल.बी.) आशीष दुबे स्कूल से अनुपस्थित पाए गए।
स्थानीय लोगों व बच्चों के अनुसार, शिक्षक आशीष दुबे ने स्कूल समय में ही छोटे-छोटे बच्चों को पानी की ऊँची टंकी साफ करने का खतरा भरा कार्य करने भेज दिया और स्वयं स्कूल से गायब हो गया। यदि बच्चे टंकी से गिर जाते, तो जिम्मेदारी किसकी होती — यह गंभीर प्रश्न है।
ग्राम वासियों ने बताया कि आशीष दुबे द्वारा नियमित रूप से उपस्थित पंजिका में हस्ताक्षर कर स्कूल से गायब रहने की शिकायत पहले से मिलती रही है। बच्चे बताते हैं कि वह शायद ही कभी पूरा समय स्कूल में रहते हों।
पूर्व में भी ऐसे ही गंभीर आरोप:
आशीष दुबे जब शासकीय प्राथमिक शाला बासिनपाली में पदस्थ थे, तब भी उनके ऊपर नदारत रहने, उपस्थिति पंजी में पहले से हस्ताक्षर करने, तथा अपनी जगह एक आदिवासी लड़की से 1500 रुपये प्रति माह में पढ़ाने का गंभीर आरोप लगा था। इस संबंध में पूर्व विकासखंड शिक्षा अधिकारी अरविंद ध्रुव को जानकारी दी गई थी। कुछ महीनों तक वेतन रोके जाने के बाद उनका वेतन पुनः जारी कर दिया गया।
अब खेरवारडीह शाला में फिर से वही लापरवाही दोहराई जा रही है।
बच्चों के भविष्य से खिलवाड़:
ऐसे शिक्षक द्वारा बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा दोनों ही खतरे में डाली जा रही है। छोटे-छोटे बच्चों को जान जोखिम में डालकर काम करवाना अत्यंत निंदनीय है।
तत्काल कार्रवाई की मांग:
ग्रामवासियों, पालकों एवं शिकायतकर्ताओं ने शिक्षा विभाग से आग्रह किया है कि—
शिक्षक आशीष दुबे पर तत्काल विभागीय जांच स्थापित की जाए।
अनुपस्थित रहने और बच्चों से खतरनाक कार्य करवाने पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए निरंतर मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए।











