
हरि ओम विश्वकर्मा की रिपोर्ट/ IAS अधिकारी की कथित टिप्पणी पर पलारी में फूटा आक्रोश, ब्राह्मण समाज ने सौंपा तीखा ज्ञापन
पलारी/बलौदा बाजार–भाटापारा।
पलारी में मंगलवार को अखंड ब्राह्मण समाज ने IAS अधिकारी संतोष वर्मा की कथित विवादित टिप्पणी के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में एकत्र हुए समाजजनों ने पालारी एसडीएम दीपक निकुंज को विस्तृत ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि यह कथित टिप्पणी न केवल ब्राह्मण समाज बल्कि देश की सभी बेटियों के सम्मान पर आघात है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए कथित बयान में ब्राह्मण समाज की बेटियों के लिए कथित रूप से अशोभनीय और आपत्तिजनक शब्दों के उपयोग ने पूरे क्षेत्र में उग्र रोष पैदा कर दिया है। समाजजनों ने कहा कि किसी भी जिम्मेदार पदपर बैठे अधिकारी द्वारा ऐसी टिप्पणी असंवेदनशीलता व नारी गरिमा का सीधा उल्लंघन है।
“यह मुद्दा किसी एक समाज का नहीं, बेटियों की प्रतिष्ठा का है” — समाजजन
प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि बेटियाँ किसी समुदाय की नहीं, पूरे देश की अस्मिता का प्रतीक हैं। इसलिए इस कथित टिप्पणी को हल्के में लेना समाज के मूल्यों के साथ खिलवाड़ होगा। समाजजनों ने प्रशासन से त्वरित कानूनी कार्रवाई की मांग की।
गंभीर धाराओं के तहत FIR की मांग:
अखंड ब्राह्मण समाज द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में मांग की गई है कि:
भारतीय न्याय संहिता की धारा 196, 298, 299, 153
स्त्री अशिष्ट रूप प्रतिषेध अधिनियम की धारा 4
आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत संबंधित IAS अधिकारी पर तत्काल अपराध पंजीबद्ध किया जाए। समाजजनों ने कहा कि वायरल सामग्री से स्पष्ट है कि यह कथित टिप्पणी महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुँचाती है और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की क्षमता रखती है।
समाज के पदाधिकारियों की बड़ी उपस्थिति:
ज्ञापन सौंपने पहुंचे प्रमुख पदाधिकारियों में—
उमाशंकर मिश्रा, अनिरूद्ध मिश्रा, रमाशंकर मिश्रा, शेषराम शर्मा, विनय शर्मा, राहुल पांडे, सत्यनारायण शर्मा, धीरज मिश्रा, सुमित तिवारी, कैलाश तिवारी, सुर्याकांत तिवारी, राकेश त्रिपाठी, रामेश्वर मिश्रा, कमलेश पांडे, दीनानाथ उपाध्याय, आदि शामिल थे।
महिला प्रकोष्ठ की ओर से यशप्रभा पांडेय, ईश्वरी तिवारी, सुषमा त्रिपाठी सहित बड़ी संख्या में महिलाएँ भी विरोध में शामिल रहीं।
महिला सदस्यों ने कहा—
“नारी सम्मान से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे कितने भी बड़े पद पर हों।”
“कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और उग्र होगा” — चेतावनी: विरोध प्रदर्शन के दौरान समाजजनों ने प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि समय पर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को व्यापक स्वरूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष किसी एक समुदाय का नहीं, बल्कि समाज के नैतिक मूल्यों और बेटियों के सम्मान की रक्षा का आंदोलन है।











