
🛑 संवाददाता धीरेंद्र कुमार जायसवाल/ थाने में ब्लैकमेलिंग का खेल जोरों पर!
कार्यवाही का डर दिखाकर पुलिसकर्मियों ने व्यापारी से वसूले ₹22 हजार — दूसरे ने खाया ज़हर
ऑनलाइन सबूत के साथ व्यापारी ने एसएसपी से की शिकायत — जांच शुरू
बिलासपुर (छत्तीसगढ़) | विशेष रिपोर्ट — जय जोहार सीजी न्यूज़।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर ज़िले की सीपत थाना पुलिस पर अवैध वसूली और ब्लैकमेलिंग के गंभीर आरोप लगे हैं।
एक ओर थाना पुलिस पर व्यापारी से रुपए ऐंठने का आरोप है, वहीं दूसरी ओर एनटीपीसी कर्मचारी ने पुलिस की धमकियों से परेशान होकर ज़हर खा लिया।
दोनों मामलों ने पुलिसिंग पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
⚠️ पहला मामला — एनटीपीसी कर्मचारी ने खाया ज़हर
उज्जवल नगर, एनटीपीसी कॉलोनी निवासी धीरेंद्र बंजारे (35) एनटीपीसी के एचआर विभाग में पदस्थ हैं।
रविवार की शाम वे शराब दुकान से लौट रहे थे, तभी सीपत थाना पुलिस ने उन्हें रोक लिया और उनकी स्कूटी जप्त कर ली।
पुलिस ने उन पर “शराब पीकर वाहन चलाने” का आरोप लगाते हुए ₹50,000 की मांग की।
रुपए न देने पर “कड़ी कार्रवाई” की धमकी दी गई।
पुलिस के मानसिक दबाव से टूटकर धीरेंद्र ने रास्ते में ज़हरीला पदार्थ खा लिया।

उनकी पत्नी रामेश्वरी बंजारे ने तुरंत उन्हें एनटीपीसी अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें अपोलो अस्पताल रेफर किया गया।
वर्तमान में उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
धीरेंद्र बंजारे का आरोप —
“पुलिस ने बेवजह कार्रवाई की धमकी देकर मुझसे पैसे मांगें। मानसिक रूप से बहुत दबाव बनाया गया।”
इस घटना ने सीपत थाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
फिलहाल, इस मामले में पुलिस प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है।
💰 दूसरा मामला — व्यापारी से ₹22 हजार की ऑनलाइन वसूली
सीपत निवासी अविनाश सिंह ठाकुर, जो नवाडीह चौक में किराना दुकान संचालित करते हैं, ने थाना प्रभारी गोपाल सतपथी और एक आरक्षक पर ब्लैकमेलिंग और अवैध वसूली का आरोप लगाया है।
5 अक्टूबर 2025 को वे अपने साथी रवि कश्यप के साथ निजी काम से थाने पहुंचे थे।
वहां थाना प्रभारी और आरक्षक ने धारा 185 (नशे में वाहन चलाने) की धमकी देते हुए ₹50,000 की मांग की।
पुलिस के डर से व्यापारी ने ₹22,000 ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए —
यह राशि थाने में ही मौजूद प्राइवेट कंप्यूटर ऑपरेटर राजेश्वर कश्यप के बैंक खाते में जमा की गई।
इसका ऑनलाइन ट्रांजैक्शन रसीद व्यापारी ने एसएसपी को सौंपी है।
लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं हुआ —
रात 10 बजे पुलिस ने फिर से उनकी बाइक को सुमित मेडिकल स्टोर के पास से जब्त कर लिया और मोटर व्हीकल एक्ट में चालान कर दिया।
व्यापारी का आरोप है कि यह सब थाना प्रभारी गोपाल सतपथी और एएसआई सहेत्तर कुर्रे की मिलीभगत से हुआ।
🧾 व्यापारी की गुहार:
“मैंने सबूत के साथ शिकायत दी है। निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, वरना मामला मानवाधिकार आयोग तक ले जाऊँगा।”
— अविनाश सिंह ठाकुर, व्यापारी
👮♂️ एसएसपी बोले — जांच जारी है, दोषी नहीं बचेंगे
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने इस प्रकरण की पुष्टि करते हुए कहा —
“सीपत निवासी व्यापारी की शिकायत मिली है। आवेदन के साथ ऑनलाइन भुगतान के ठोस सबूत संलग्न हैं।
जांच प्रारंभ कर दी गई है, और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।”
🗣️ जनता में चर्चा:
सीपत थाना क्षेत्र में यह मामला स्थानीय चर्चा का सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है।
लोगों का कहना है कि अगर व्यापारी के आरोप सही साबित होते हैं, तो यह आम जनता के पुलिस पर भरोसे को कमजोर करेगा।
अब सबकी नज़र एसएसपी की जांच रिपोर्ट और कार्रवाई पर टिकी हुई है।











