
संवाददाता धीरेंद्र कुमार जायसवाल/ धार्मिक आस्था की आड़ में अवैध कब्जा! सरपंच पति पर झूठे आरोपों की साजिश का खुलासा
हथबंद (बलौदाबाजार)।
विकासखंड सिमगा के ग्राम पंचायत दरचुरा में सरपंच पति नारायण पाल पर लगाए गए अवैध वसूली व मारपीट के आरोपों ने नया मोड़ ले लिया है। जांच में सामने आया है कि यह आरोप कुछ पंचों द्वारा अवैध कब्जा बचाने की साजिश के तहत लगाए गए थे।
सूत्रों के अनुसार, नारायण पाल ने सरपंच बनने के बाद पंचायत क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माण व कब्जों के विरुद्ध कार्रवाई शुरू की थी। इस बीच स्वास्थ्य केंद्र के सामने बने एक अवैध मकान की छत पर रातोंरात जैतखाम स्थापित कर धार्मिक आस्था का सहारा लिया गया, ताकि प्रशासनिक कार्रवाई रोकी जा सके।
इसी बीच चौरंगा निवासी गंगा बाई वर्मा और उनकी पुत्री द्वारा सरपंच पति पर ₹25,000 की मांग और मारपीट का आरोप लगाया गया। हालांकि मेडिकल रिपोर्ट व थाना जांच में कोई भी आरोप प्रमाणित नहीं पाए गए।
राजस्व विभाग के पटवारी फनी भूषण सिंह बघेल ने भी स्पष्ट किया कि कब्जा हटाने की प्रक्रिया में बाधा डालने की नियत से यह पूरा विवाद खड़ा किया गया। पंचायत की बैठक में 15 पंचों की सहमति से सभी नए अवैध कब्जों को हटाने का प्रस्ताव पारित किया गया है।
जब पंचों से पूछताछ की गई, तो उन्होंने किसी भी अवैध कब्जे से इनकार करते हुए कहा कि यदि निष्पक्ष जांच होती है और सूचना दी जाती है, तो वे प्रशासन का सहयोग करेंगे।
गौरतलब है कि शिकायतकर्ता गंगा बाई वर्मा ने मीडिया से बातचीत करने से इनकार कर दिया, जिससे मामले को लेकर और संदेह उत्पन्न हो गया है।
यह पूरा घटनाक्रम पंचायत व्यवस्था की पारदर्शिता पर सवाल खड़ा करता है, वहीं धार्मिक आस्था की आड़ में अवैध कब्जा बचाने की प्रवृत्ति प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन रही है।
अब सवाल उठता है – क्या होगी निष्पक्ष कार्रवाई? और क्या रुकेगा दरचुरा पंचायत में अवैध कब्जा?
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