
✍️ संवाददाता धीरेंद्र कुमार जायसवाल/महदेवा खुर्द में मनरेगा का ‘फर्जीवाड़ा मॉडल’
सिद्धार्थनगर। नौगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत महदेवा खुर्द में मनरेगा योजना में फर्जीवाड़े का बड़ा मामला उजागर हुआ है। ग्राम प्रधान और रोजगार सेवक पर आरोप है कि मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाकर लाखों रुपये की बंदरबांट की जा रही है। अधिकारियों की मिलीभगत से यह खेल खुलेआम जारी है और जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं।
जांच में सामने आया है कि एक ही मजदूर की फोटो कई बार अलग-अलग मास्टर रोल में लगाई गई। कई महिलाओं के नाम दर्ज कर भुगतान उठाया गया, जबकि मौके पर न तो काम हो रहा है और न ही मजदूर दिखाई देते हैं।

फर्जी हाजिरी के प्रमाण
📄 कार्य कोड: 3151007019/LD/948586255824918802
काम: ईनल के खेत से विनोद के खेत तक मिट्टी भराई
मास्टर रोल: 3375–3380 (53 श्रमिक दर्ज)
📄 कार्य कोड: 3151007019/LD/948586255824918808
काम: वीरेंद्र के घर से गजरहवा सरहद तक मिट्टी कार्य
मास्टर रोल: 3885–3888 (40 श्रमिक दर्ज)
सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में कुल 93 मजदूरों की हाजिरी लग रही है, लेकिन मौके पर कोई भी मजदूर काम करता नहीं दिखा।
जिम्मेदार क्यों मौन?
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान, सचिव, तकनीकी सहायक और रोजगार सेवक आपस में मिलकर यह खेल लंबे समय से चला रहे हैं। सवाल उठ रहा है कि खंड विकास अधिकारी और उच्च अधिकारी कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे।
📌 ग्रामीणों की आवाज
✅ दोषियों पर तत्काल कार्रवाई हो।
✅ मौके पर जांच कर हकीकत सामने लाई जाए।
✅ मजदूरी का भुगतान असली मजदूरों को मिले।
📌 जिम्मेदारों की सफाई
🔷 खंड विकास अधिकारी, नौगढ़:
“मामले की जांच कराई जाएगी, दोषियों पर कार्रवाई होगी।”
🔷 ग्राम प्रधान:
“काम और हाजिरी सही है, जांच में सच सामने आ जाएगा।”
🗞️ हाइलाइट बॉक्स
> फर्जीवाड़े की यह कहानी केवल महदेवा खुर्द तक सीमित नहीं है, सवाल पूरे सिस्टम की नीयत और निगरानी पर उठ रहे हैं। प्रशासन की नींद टूटेगी या यह भी महज एक और कहानी बनकर रह जाएगी?
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