
अयोध्या के नियावां में देह व्यापार का वीडियो हुआ वायरल, जांच में जुटी पुलिस
अयोध्या। धर्म नगरी अयोध्या में देह व्यापार का अवैध कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में फतेहगंज के रानी सती गेस्ट हाउस में पुलिस कार्रवाई के बाद भी ऐसे मामलों का सामने आना प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गया है। अब कोतवाली नगर क्षेत्र के नियावां के पास स्थित एक मकान में चल रहे कथित देह व्यापार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो में कुछ युवतियाँ दिखाई दे रही हैं, जबकि एक युवक उनके दाम तय करता सुनाई दे रहा है।
हालांकि इस वायरल वीडियो की हम स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं करते हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
रेट तय करता दिखा युवक, लोगों में आक्रोश:
तीन मिनट 36 सेकंड के वायरल वीडियो में एक युवक 3000 से 3300 रुपये तक की कीमत तय करता दिख रहा है। वह लड़कियों के चयन को लेकर भी चर्चा करता नजर आता है। वीडियो सामने आने के बाद स्थानीय लोगों में गहरी नाराजगी है। आसपास के लोगों का कहना है कि उस इलाके में अक्सर संदिग्ध व्यक्तियों की आवाजाही रहती है। कई बार सूचना देने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से लोगों में गुस्सा है।
पहले भी फतेहगंज में हुआ था खुलासा:
कुछ दिन पहले पुलिस ने फतेहगंज स्थित रानी सती गेस्ट हाउस में छापा मारकर देह व्यापार का भंडाफोड़ किया था। उस कार्रवाई में कई युवतियों को मुक्त कराया गया था और संचालकों को गिरफ्तार किया गया था। गेस्ट हाउस को सील कर दिया गया था।
उस समय माना गया था कि इस कार्रवाई के बाद शहर में ऐसे अवैध धंधे बंद होंगे, लेकिन नए वीडियो के सामने आने से यह साफ हो गया है कि देह व्यापार का नेटवर्क अभी भी सक्रिय है।
पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल:
स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने इस मामले पर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि सख्त कार्रवाई के बाद भी अगर ऐसी घटनाएं दोबारा हो रही हैं, तो यह प्रशासनिक लापरवाही या स्थानीय स्तर पर मिलीभगत का संकेत है।
लोगों ने कहा कि अयोध्या — जो भगवान श्रीराम की नगरी और आस्था की पहचान है — वहां ऐसे कृत्य शहर की छवि को धूमिल करते हैं। संगठनों ने मांग की है कि इस पूरे नेटवर्क में शामिल सभी लोगों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
पुलिस ने शुरू की जांच:
एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी ने बताया कि वायरल वीडियो की लोकेशन और समय की जांच कराई जा रही है। मकान की पहचान होते ही वहां छापेमारी की जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे ऐसे वीडियो साझा न करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।











