
संवाददाता धीरेंद्र कुमार जायसवाल / रेत माफियाओं का आतंक: पेट्रोलिंग पर निकले आरक्षक की निर्मम हत्या
बलरामपुर (छत्तीसगढ़):
छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा पर रेत माफियाओं का आतंक अब कानून व्यवस्था पर सीधा हमला बन गया है। बलरामपुर जिले के सनावल थाना अंतर्गत लिब्रा गांव में पेट्रोलिंग के दौरान रेत माफियाओं द्वारा किए गए हमले में एक आरक्षक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
अवैध रेत खनन की सूचना पर पहुंची थी पुलिस टीम
जानकारी के अनुसार, झारखंड से लगे गांव लिब्रा में लंबे समय से अवैध रेत उत्खनन चल रहा था। मंगलवार की रात जब पुलिस टीम गश्त पर थी, तब अवैध खनन की सूचना पर वह मौके पर पहुंची। उसी दौरान रेत माफियाओं ने पुलिस टीम पर जानलेवा हमला कर दिया, जिसमें एक आरक्षक ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया।
वर्षों से चल रहा अवैध खनन, शिकायतों के बावजूद चुप्पी

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि कन्हर नदी के किनारे वर्षों से अवैध रेत खनन हो रहा है। कई बार इसकी शिकायतें प्रशासन तक पहुंचाई गईं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब जब माफियाओं का हौसला इतना बढ़ गया है कि पुलिसकर्मियों को भी निशाना बनाया जा रहा है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
मंत्री के गृहग्राम में माफियाओं का आतंक
सनावल क्षेत्र राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम का गृहग्राम है। इसके बावजूद रेत माफिया बेखौफ होकर अपना कारोबार चला रहे हैं। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मंत्री से क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की है।
प्रशासन पर गंभीर आरोप

जिला पंचायत सदस्य ने इस घटना पर पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि कुछ अधिकारी खुद इस अवैध रेत कारोबार से उगाही कर रहे हैं। उनका आरोप है कि यदि समय रहते ठोस कार्रवाई की जाती, तो यह दुखद घटना न होती।
अधिकारी मौके पर पहुंचे, जांच जारी
घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर, एसपी और डीएफओ सहित वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। एसपी ने बताया कि एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने अवैध खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।