
संवाददाता धीरेंद्र कुमार जायसवाल/ धान खरीदी केंद्र के लिए नहीं मिली जमीन, मगर चपरासी के रिश्तेदार बना रहे पक्का मकान!
वनरक्षक मनबोधन टंडन पर भ्रष्टाचार का आरोप, वन मंत्री से की गई शिकायत!
धाराशिव/बलौदाबाजार। बलौदाबाजार वन परिक्षेत्र अंतर्गत धाराशिव अस्थाई रोपणी क्षेत्र में वन भूमि पर अतिक्रमण व अवैध निर्माण का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि यहां पदस्थ वनरक्षक मनबोधन टंडन ने अपने व्यक्तिगत संबंधों का दुरुपयोग करते हुए वन भूमि पर मकान निर्माण के लिए चपरासी संतोष यादव के रिश्तेदारों को संरक्षण दिया।
ग्रामीणों के अनुसार, जहां धान खरीदी केंद्र के लिए भूमि नहीं दी गई, वहीं उसी जमीन पर निजी पक्के मकान बन रहे हैं और विभाग पूरी तरह मौन है। धान खरीदी केंद्र के निर्माण के लिए दो वर्षों से मांग की जा रही थी, परंतु वन विभाग की अनुमति नहीं मिलने से कार्य लंबित है।

वन मंत्री को सौंपा गया शिकायत पत्र:
प्रकरण से क्षुब्ध होकर ग्रामीणों ने राज्य के वन मंत्री श्री केदार कश्यप को एक विस्तृत शिकायत पत्र सौंपा है, जिसमें वनरक्षक पर पद के दुरुपयोग, वन भूमि का अवैध उपयोग और शासकीय कार्य में बाधा डालने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
जांच में आरोप सही पाए गए, कार्रवाई शून्य:
शिकायत के बाद विभागीय जांच समिति ने मौके पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया। जांच में पाया गया कि निर्माण कार्य बिना अनुमति के चल रहा है और संबंधित लोगों के वनरक्षक से घनिष्ठ संबंध हैं। इसके बावजूद अब तक ना निर्माण रोका गया है, ना ही संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई की गई है।
वन अधिनियम की अवहेलना:
भारतीय वन संरक्षण अधिनियम, 1980 के अंतर्गत वन भूमि का उपयोग केवल वन उद्देश्यों के लिए ही किया जा सकता है। किसी भी निजी निर्माण हेतु राज्य सरकार से विशेष अनुमति आवश्यक होती है। इस मामले में न कोई स्वीकृति ली गई, न कोई विभागीय प्रक्रिया अपनाई गई।
वन विभाग की साख पर सवाल:
यह मामला विभागीय निष्पक्षता, पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि अवैध निर्माण तुरंत रोका जाए, संबंधित भूमि को सुरक्षित किया जाए तथा आरोपी वनरक्षक को निलंबित कर अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की भी भूमिका की जांच हो।
एसडीओ का बयान:
इस संबंध में एसडीओ गोविन्द सिंह ने कहा —
“लोगों के द्वारा दिए गए बयान पर विचार किया जा रहा है। अतिक्रमणकारी को दो बार नोटिस दिया गया है। निश्चित रूप से उचित कार्रवाई की जाएगी।”