
वर्तमान पदस्थ अधिकारी के चलते नगर के लिए बिजली समस्या बना अभिशाप…
मध्य रात्रि से लेकर सुबह तक बिजली कहे टाटा बाय-बाय
जिला उप मुख्यालय चांपा – नगर में व्याप्त बिजली समस्या वही है जिसके लिए चांपा नगर के माथे पर गोली कांड का बदनुमा दाग तक लग चुका है, फिर भी तब से लेकर आज तक बिजली समस्या का कोई समाधान नहीं निकल पाया है, और क्षेत्रवासी हर दिन पल-पल बिजली समस्या को लेकर शिवाय विद्युत मंडल के अधिकारी एवं कर्मचारियों को कोसने के अतिरिक्त कुछ कर पाने में असफल हो चुके हैं,इन दिनों जिस तरह से मध्य रात्रि से लेकर सुबह के 10 बजे तक बिजली आपूर्ति बाधित हो रहा है उसे लेकर अब नगर वासी आंदोलन के मूड कभी भी आ सकते हैं, जो अधिकारी ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति को व्यवस्थित नहीं बना पाया अब उन्हें पहले से बदहाल स्थिति वाला चांपा मंडल में पदस्थ कर दिया गया है, ऐसे अधिकारी के निष्क्रियता एवं लापरवाहियों को लेकर क्षेत्रवासी कभी भी आंदोलन रत हो सकते हैं, ऐसी स्थिति में मंडल के अधिकारी शिवाय बगले झांकने के कुछ कर पाने में अपने आप को समर्थ पाएंगे, अच्छा हो की जनता उग्र होने के पहले नगर की बिजली समस्या का समाधान निकाल ले नहीं तो जिस दिन बिजली उपभोक्ता सड़कों पर उतर आएंगे तो उन्हें शिवाय पछतावे के कुछ हाथ नहीं लगने वाला है।
एक अरसा गुजर रहा है जब चांपा नगर वासी बिजली समस्या को लेकर खासे परेशान हो रहे हैं, क्या रात और दिन,क्या गर्मी और बरसात दिन प्रति दिन बढ़ती चली जा रही बिजली समस्या से विद्युत उपभोक्ता परेशान हो चुके हैं,जिस समय उपभोक्ताओं को बिजली की सबसे ज्यादा जरूरत होती है उस समय मंडल के द्वारा विद्युत आपूर्ति को बाधित हो जाता है, ऐसा ही वाक्या समाचार लिखने के दौरान नगर में बिजली समस्या बाधित चल रहा है,जो कि कल मध्य रात्रि से लेकर न्यूज़ एडिट किए जाने के दौरान बिजली बंद पाया गया है,उल्लेखनीय है कि पिछले एक सप्ताह के दौरान तीन दफे मध्य रात्रि से लेकर सुबह 10 बजे तक जिस तरह से विद्युत आपूर्ति बाधित हो रहा है, उसे लेकर लोग परेशान चल रहे हैं, जब कभी भी आम जनता अथवा प्रेस प्रतिनिधि अधिकारी एवं कर्मचारियों को समस्या से अवगत कराने के लिए फोन करते हैं तो उनके द्वारा फोन तक नहीं उठाया जाता ऐसी स्थिति में लोगों को बिजली समस्या पर जानकारी नहीं मिलने से समस्या और भी गंभीर हो जाता है,चैनल इस बात का दावा नहीं करता की मंडल के द्वारा जान बूझकर बिजली आपूर्ति को बाधित किया जाता है लेकिन जिस तरह से मेंटेनेंस के नाम पर घंटो लाइट बंद रखा जाता है और लाखों रुपए का बिल दर्शाया जाता है, उस लिहाज से यदि गंभीरता के साथ मेंटेनेंस कार्य किया जाता ऐसी स्थिति का सामना किसी को भी करना नहीं पड़ता,यहां बताते चलें कि वर्तमान में कनिष्ठ यंत्री के रूप में अजय कुमार जायसवाल पदस्थ बताए जाते हैं,जब से ये अधिकारी चांपा मंडल संबंधी कि जिम्मेदारी निभा रहे हैं तब से स्थिति और भी गंभीर होती चली जा रही है,इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगर में जिस तरह से बिजली समस्या पसरी हुई है इनके द्वारा समस्या का समाधान करना मुश्किल जान पड़ रहा है,इसके बाद भी मंडल के उच्च अधिकारियों के द्वारा इस समस्या पर कोई संज्ञान नहीं लेने से समस्या और विकराल होती जा रही है जहां एक ओर गर्मी अपने बढ़ते क्रम पर है,तो वहीं दूसरी ओर प्रत्येक दिन 5 से 6 बार पूरे दिन में पावर आपूर्ति बाधित रहना समस्या को जाहिर करता है, ऐसे हालत में भी अधिकारी मोबाइल को बंद कर या फिर बिजी मोड में रखकर अपनी जिम्मेदारी से इति श्री कर लेते हैं,तो फिर ऐसे में बिजली समस्या का समाधान किस तरह हो पाएगा, उल्लेखनीय है कि उक्त कनिष्ठ यंत्री इसके पहले सारागांव सहित बम्हनीहीड में भी अपनी इसी तरह की करगुजारियों को लेकर चर्चा में बने रहे और अब चांपा नगर में पदस्थ होने के बाद भी इन्हीं विशेषताओं को आगे बढ़ाया जा रहा है।
जिसका खामियाजा नगर वासियों को भुगतना पड़ रहा है,ज्ञात हो कि मंडल के द्वारा एक नहीं दो विद्युत कंप्लेंट दर्ज करने के नाम पर मोबाइल नंबर जारी किया गया है, लेकिन अधिकांशतः यह नंबर बंद होते हैं या फिर इन्हें बिजी मोड में रखकर कर्मचारी अधिकारी किस तरह से अपनी सरकारी ड्यूटी पूरी करते हैं इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।