
दिनांक 26 फरवरी 2025, धमतरी, छत्तीसगढ़।
गंदगी, आवारा मवेशी और कुत्तों की भरमार ने इतवारी बाजार का हाल बेहाल कर दिया है। सब्जी और अन्य व्यवसायियों का दर्द छलक रहा है, क्योंकि अव्यवस्था के कारण ग्राहक नहीं आ रहे हैं।
धमतरी के हृदय स्थल, इतवारी बाजार, जहां विद्यालय, प्रशासनिक और धार्मिक स्थल हैं, वहां सब्जी, फल, कपड़े और कुम्हार के बर्तन बिकते हैं। वहीं, निगम प्रशासन द्वारा कचरा डंप किया जा रहा है। व्यवसायियों का कहना है कि शौचालय में पानी की सुविधा नहीं है। सफाई कर्मचारी प्रति सप्ताह 10 रुपए वसूलते हैं, वरना गाली-गलौज का सामना करना पड़ता है।
बाजार में सैकड़ों आवारा मवेशी और कुत्तों का जमावड़ा लगा रहता है। लोहे के सुरक्षा घेरे को तोड़ दिया गया है, जिससे मवेशी और कुत्ते घूमते रहते हैं और व्यवसायियों के समान को नुकसान पहुंचाते हैं।
कचरे के ढेर से असहनीय बदबू के कारण महामारी फैलने का खतरा बना हुआ है। राह चलते लोग नाक और मुंह बंद कर गुजरते हैं, और ग्राहक सामान नहीं खरीद पाते। पूर्व महापौर विजय देवांगन से शिकायत की गई थी, परंतु कोई समाधान नहीं निकला।
अब धमतरी निगम के नवनिर्वाचित महापौर रामू रोहरा की ओर सभी की नजरें टिकी हैं। व्यवसायियों कुंती पटेल, पूर्णिमा पटेल, संतोष साहू, रामहीन पटेल, मालावाली साहू, दुर्गा सोनकर, और गिरिजा पटेल का कहना है कि कचरा डंप करना बंद किया जाए।
इतवारी बाजार के ऊपर नशेड़ियों का जमघट लगा रहता है उसे बंद कराया जाए, इतवारी बाजार में बने परिसर व चबूतरो की नीलामी हो चुकी है किंतु बहुत सारे दुकान बंद पड़े हैं जिससे निगम को किसी प्रकार का आय का स्रोत नहीं है ऐसे दुकानदारों को डिफाल्टर घोषित करके नीलामी प्रक्रिया शुरू की जाए व बेरोजगार युवक यूवतियों को व्यवसाय हेतु निगम निगम की दुकान उपलब्ध कराई जावे।
सैकड़ों आवारा मवेशियों को कांजी हाउस भिजवाया जाए। आवारा कुत्तों को हटाया जाए। शौचालय में पानी की व्यवस्था और सफाई नियमित कराई जाए, और अवैध वसूली बंद होनी चाहिए।
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