
संवाददाता धीरेंद्र कुमार जायसवाल/🪔 खरोरा से गूंजा छत्तीसगढ़िया अस्मिता का स्वर – प्रशासन को दी 7 दिन की चेतावनी
खरोरा (रायपुर ग्रामीण)।
गौ माता की जालसाज हत्या और मोजो मशरूम कंपनी व उमा श्री राइस मिल से जुड़े गंभीर मुद्दों को लेकर खरोरा खड़ में जबर गोहार सभा का आयोजन किया गया।

बरसते पानी के बावजूद प्रदेशभर से आए सैकड़ों सेनानियों व ग्रामीणों की भारी भीड़ ने यह साबित कर दिया कि आंदोलन केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि जनजीवन और छत्तीसगढ़िया अस्मिता से गहराई तक जुड़ा हुआ है।
🔹 सभा से उठे तीखे स्वर:
जिला अध्यक्ष योगेश साहू (JCP) ने कहा –
“छत्तीसगढ़ की असली ताकत यहां का आम आदमी है। आंदोलन छत्तीसगढ़िया कर रहे हैं और मलाई कोई और खा रहा है।”

क्रांति सेना जिला अध्यक्ष अजय वर्मा ने वर्तमान सरकार पर तीखा हमला बोला –
“एक भी काम जमीनी स्तर पर नहीं हुआ। केवल पोस्टरबाजी कर जनता को गुमराह किया जा रहा है।”
प्रदेश अध्यक्ष ने केंद्र व राज्य की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा –
“छत्तीसगढ़ अब बीजेपी का नहीं, बल्कि अदानी का गढ़ बन चुका है। बाहरी व्यापारी व्यापार करें इसमें आपत्ति नहीं, लेकिन यदि शोषण हुआ तो उन्हें वापस जाना होगा।”
🔹 जनता के सवाल:
सभा में ग्रामीणों और सेनानियों ने प्रशासन से सीधे सवाल दागे – “मोजो मशरूम और उमा श्री राइस मिल पर आज तक कार्यवाही क्यों नहीं हुई?”
“क्या ये कंपनियां नेताओं और मंत्रियों के संरक्षण में चल रही हैं?” ….“क्या प्रशासन की बागडोर उद्योगपतियों को सौंप दी गई है?”
🔹 पैदल मार्च और ज्ञापन:
सभा के बाद सैकड़ों ग्रामीणों ने तहसील और थाना तक पैदल मार्च कर प्रशासन को झकझोर दिया।
तहसीलदार व थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपा गया।
चेतावनी दी गई कि यदि 7 दिनों के भीतर जांच व ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन उग्र रूप लेगा।
ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रशासन और जनता के बीच कड़े सवाल-जवाब हुए।
प्रशासन ने भरोसा दिलाया कि 7 दिनों में दोषियों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
🔹 बढ़ता आक्रोश:
सभा और पैदल मार्च में शामिल ग्रामीणों ने कहा –
“अब छत्तीसगढ़ियों का सब्र टूट चुका है। यदि न्याय नहीं मिला तो चक्काजाम, धरना और विधानसभा घेराव किया जाएगा।”
“छत्तीसगढ़ केवल संसाधन लूटने का अड्डा नहीं है। यहां की संस्कृति और अस्मिता से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा।”
