
संवाददाता धीरेंद्र कुमार जायसवाल/ ग्राम सांकरा में नाकोड़ा स्पात की जनसुनवाई में तीखा विरोध
ग्रामीण बोले – पर्यावरण और ज़मीन पर संकट, पत्रकारों पर भी जताई नाराज़गी
📍सांकरा, 27 जून।
🖋️ग्राम सांकरा में शुक्रवार को आयोजित नाकोड़ा स्पात प्राइवेट लिमिटेड की जनसुनवाई विरोध और नाराज़गी के बीच संपन्न हुई। बड़ी संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने कंपनी के प्रस्तावित प्रोजेक्ट का विरोध करते हुए “कंपनी वापस जाओ” जैसे नारे लगाए और जनसुनवाई को एकतरफा व औपचारिकता करार दिया।
ग्रामीणों का आरोप है कि परियोजना से क्षेत्र के जल, जंगल और ज़मीन को गंभीर नुकसान होगा। उनके अनुसार, न तो पर्यावरणीय असर की जानकारी दी गई और न ही इस प्रोजेक्ट में स्थानीय लोगों की राय ली गई है।
🖋️पत्रकारों पर भी फूटा गुस्सा
जनसुनवाई के दौरान उपस्थित कुछ पत्रकारों को भी ग्रामीणों की नाराज़गी का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने मीडिया पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि समाचार माध्यम कंपनी के पक्ष को उजागर कर रहे हैं, जबकि जनता की वास्तविक चिंता और विरोध को नजरअंदाज किया जा रहा है। लोगों ने निष्पक्ष पत्रकारिता की मांग की।
🤫प्रशासनिक चुप्पी पर सवाल
इस जनसुनवाई में प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे, परंतु ग्रामीणों के तीखे विरोध और सवालों के बावजूद अधिकारी मौन रहे। इससे नाराज़ ग्रामीणों ने प्रशासन पर भी पक्षपात और मूक समर्थन का आरोप लगाया।
⚠️ग्रामीणों की प्रमुख माँगें:
🔳परियोजना को तत्काल रद्द किया जाए।
🔳पर्यावरणीय प्रभाव का स्वतंत्र व निष्पक्ष मूल्यांकन कराया जाए।
🔳ग्रामवासियों की राय को प्राथमिकता दी जाए।