
संवाददाता धीरेंद्र जायसवाल/ तिल्दा ब्लॉक के गाँवों का अस्तित्व संकट में!
मुरुम माफिया का तांडव, प्रशासन मौन!
बलौदाबाजार के तिल्दा क्षेत्र में मुरुम का अवैध उत्खनन दिन-ब-दिन विकराल रूप लेता जा रहा है।
सिनोधा, खपरी और आसपास के गाँव—सब इस दोहन की चपेट में हैं।
सैकड़ों जेसीबी और डंपर खुलेआम मिट्टी-मुरुम की लूट में लगे हैं।
प्रशासनिक अधिकारी रोज़ इन्हीं रास्तों से गुजरते हैं—क्या उन्हें कुछ नहीं दिखता?
या फिर खनन माफिया को ‘संरक्षण’ प्राप्त है?
गाँवों की ज़मीन बिक रही है, भविष्य उजड़ रहा है, और अधिकारी बने हैं मूकदर्शक।
अब सवाल ये है—क्या प्रशासन जागेगा? या गाँवों का नामो-निशान मिट जाएगा?