
संवाददाता धीरेंद्र कुमार जायसवाल/ जब नाला बना मौत और जिंदगी की बीच की दीवार – दर्दनाक दृश्य छेरकाडीह से !
💔 बलौदाबाजार, छत्तीसगढ़ – पलारी ब्लॉक के छेरकाडीह गांव में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। 38 वर्षीय टिकेश्वरी निषाद की बीमारी से निधन हुआ। उनका शव अंतिम संस्कार के लिए ससुराल भवरगढ़ ले जाना था, लेकिन रास्ते में उफनते नाले ने शव यात्रा रोक दी।
😢 ग्रामीणों की हिम्मत: मजबूरी में परिजनों ने प्लाईवुड और ट्यूब का सहारा लिया। भीगी आंखों और भारी मन से शव को नाले के पार तैराकर ले जाया गया।
🏚️ प्रशासन की लापरवाही: सालों से इस नाले पर पुलिया बनाने की मांग की जा रही थी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। गांव के सरपंच जयन साहू के मुताबिक, “हर बरसात में गांव दो हिस्सों में बंट जाता है।”
⚡ जनपद सीईओ का बयान: पन्ना लाल धुर्वे ने कहा कि पुलिया निर्माण का प्रस्ताव अन्य योजना के तहत भेजा जाएगा। लेकिन ग्रामीण पूछते हैं – कितनी और त्रासदियां होने के बाद उनकी मांग पूरी होगी?
🙏 यह घटना न केवल ग्रामीणों के दर्द को दिखाती है, बल्कि प्रशासन की लापरवाही पर भी सवाल खड़ा करती है।