
हरिओम विश्वकर्मा की रिपोर्ट/ प्रदूषणकारी अरहम इस्पात उद्योग के खिलाफ शिवसेना का कड़ा विरोध, जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन…..
बेमेतरा।
ग्राम नेवनारा, तहसील भिंभोरी, विकासखंड बेरला में प्रस्तावित प्रदूषणकारी अरहम इस्पात कंपनी की स्थापना के खिलाफ शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने जोरदार विरोध दर्ज कराया है। पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रदेश महासचिव दाऊ राम चौहान के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर प्रतिष्ठा मंमगाई को ज्ञापन सौंपते हुए जनहित में इस परियोजना को तत्काल निरस्त करने की मांग की।
प्रदेश महासचिव दाऊ राम चौहान ने कहा कि बेमेतरा जिले में लगातार प्रदूषणयुक्त उद्योगों और इथेनॉल फैक्ट्रियों की स्थापना से आम नागरिकों और किसानों का जीवन प्रभावित हो रहा है। प्रदूषण के कारण हवा, पानी और जमीन जहरीली होती जा रही है, जिससे जिले के लोग गंभीर स्वास्थ्य और पर्यावरणीय संकट से जूझ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि शिवसेना प्रदेश प्रमुख डॉ. आनंद मल्होत्रा के निर्देश पर यह विरोध दर्ज कराया गया है।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि ग्राम नेवनारा क्षेत्र की भूमि अत्यंत उपजाऊ है और यहां की अधिकांश आबादी कृषि पर निर्भर है। प्रस्तावित उद्योग से निकलने वाले जहरीले धुएं, रसायन और अपशिष्ट जल से खेती, भू-जल स्तर और पर्यावरण को अपूरणीय क्षति पहुंचने की आशंका है। इसके साथ ही स्थानीय नागरिकों, विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। पूर्व में अन्य क्षेत्रों में ऐसे उद्योगों के दुष्परिणाम सामने आ चुके हैं।
शिवसेना ने स्पष्ट किया कि क्षेत्र की जनता इस परियोजना का पुरजोर विरोध कर रही है और विकास के नाम पर विनाश स्वीकार नहीं किया जाएगा।
शिवसेना (UBT) की प्रमुख मांगें:
प्रदूषणकारी अरहम इस्पात कंपनी को दी जाने वाली सभी अनुमतियाँ तत्काल प्रभाव से निरस्त की जाएं।
22 दिसंबर 2025 को प्रस्तावित जनसुनवाई में स्थानीय ग्रामीणों की आपत्तियों और विरोध को प्राथमिकता दी जाए।
क्षेत्र को औद्योगिक प्रदूषण मुक्त क्षेत्र घोषित कर कृषि आधारित लघु उद्योगों को बढ़ावा दिया जाए।
शिवसेना ने चेतावनी दी है कि यदि शासन-प्रशासन ने जनभावनाओं की अनदेखी करते हुए इस उद्योग को आगे बढ़ाया, तो पार्टी को उग्र जन-आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।











